Phasal ki salah

paudhon ki vriddhi kis Prakar kiya jaaye

जैविक खेती

१) समय पर निदाई या गुडाई करणी चाहिये
२) फसल कि अच्छी वृद्धी के लिये अमृतपाणी @१५० मिली/१५ लिटर घोल बनाकर छिडकाव करे.
३) फसल में आणेवाले कीट जैसे तना छेदक, पत्ती लपेटक और रस चुसन करने वाले कीट के रोकथांम केलीये दशपर्णी अर्क @१५० मिली/१५ लिटर पाणी मिलाकर छिडकाव करे.
४) खेत में पंछी जाल, चीपकिले जाल और फेरोमोन जाल बिठाये.