उर्वरक कि कमी, तेंडा रस शोषक कीट का प्रकोप के कारण फसल में पिलापन दिखाई देता है.
रोकथाम
१) अमृतपाणी @१५० मिली/१५ लिटर पाणी में मिलाकर छिडकाव करे.
२) २० किलो युरिया खाद/एकर मिट्टी में मिलाये
३) तेंडा कीट रोकथाम के लिये दशपर्णी अर्क@१५० मिली/१५ लिटर पाणी में मिलाकर छीडकाव करे.
४) कीट कि संख्या यदि आर्थिक नुकसान से ज्यादा दिखाई दे तो थायमेंथाक्झाम २५% @१० ग्रॅम/१५ लिटर पाणी में मिलाकर छीडकाव करे.
५) पत्ती का झुलसा रोग का प्रकोप दिखाई दे रहा है, रोकथाम के लिये कार्बेन्डेझिम५०% WP @४० ग्राम/१५ लिटर पाणी में मिलाकर छीडकाव करे.