अम्रूद के पौधे मे सिंचाई पानी को रोक कर रखना
इस प्रकिया मे पेड़ों को गर्मी मे (फरवरी- मध्य मई) पानी नही दिया जाता जिससे पत्तियां गिर जाती हैं एवं पेड़ सुसुप्तावस्था मे चले जाते हैं। इस समयावधि मे पेड़ अपनी शाखाओ मे खाघ पदार्थ का संरंक्षण करते है। इसके बाद मध्य मई मे बगीचो की गुड़ाई करके व खाद देने के बाद सिंचाई की जाती है, जिससे 25-30 दिनो बाद प्रथम प्रकार मे अधिक मात्रा मे फूल खिलते एवं शरद ऋतु मे फल तैयार हो जाते है।
फल फूल आने के लगभग 120-140 दिन बाद फल पकने शुरू हो जाते हैं.
उसके बाद पौधों की मजबूती और सही वृद्धि के लिए कटाई और छंटाई की जरूरत होती है। जितना मजबूत बूटे का तना होगा, उतनी ही पैदावार अधिक अच्छी गुणवत्ता भरपूर होगी।